धर्मशाला, 16 फरवरी। बेहतर आपदा प्रबंधन के लिए कांगड़ा जिला के देहरा उपमंडल में आपदा प्रबंधन अंतर एजेंसी समूह गठित किया गया है इस बाबत पंचायत स्तर पर आपदा प्रबंधन प्लान तैयार करने के लिए दो दिवसीय परामर्श-सह-प्रशिक्षण कार्यशाला भी देहरा के बचत भवन में आयोजित की गई।
शुक्रवार को कार्यशाला के समापन पर मुख्यातिथि उपमंडलाधिकारी शिल्पी बेक्टा ने कहा कि ग्रामीण स्तर पर आपदा प्रबंधन में आम जनमानस की सहभागिता सुनिश्चित करने की दिशा में कांगड़ा जिला के देहरा उपमंडल में आपदा प्रबंधन अंतर एजेंसी समूह गठित करने की पहल की गई है इसमें महाविद्यालयों के छात्र, सेवानिवृत कर्मचारी तथा अन्य नागरिकों को इन समूहों के साथ जोड़ा गया है।
उन्होंने बताया कि देहरा उपमंडल के 118 पंचायतों के 40 क्लस्टर बनाए गए हैं जिनके माध्यम से आपदा प्लान के तैयार किया जाएगा ताकि आपदा के दौरान होने वाले नुक्सान को कम किया जा सके। शिल्पी बेक्टा ने कहा कि आपदा प्रबंधन में जन सहभागिता अत्यंत जरूरी है, ग्रामीण स्तर पर आपदा की स्थिति में बचाव तथा राहत के लिए प्रारंभिक तौर पर स्थानीय लोगों की भूमिका अहम रहती है इसके चलते ही पंचायत स्तर पर व्यवस्थित तरीके से आपदा प्रबंधन प्लान तथा संसाधन तैयार करने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि युवा स्वयंसेवियों को आपदा प्रबंधन के लिए प्रशिक्षित भी किया जा रहा है। इससे पहले एजुकेयर के हरजीत भुल्लर ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए आपदा प्रबंधन अंतर एजेंसी समूह के गठन तथा कार्याशाला के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य आपदा जोखिम न्यूनीकरण में समन्वय, सहयोग और क्षमता निर्माण तथा आपदा में रणनीतिक योजना और सहयोगात्मक कार्रवाई के माध्यम से तैयारी करने बारे विस्तार से चर्चा की गई तथा और चार अप्रैल, 2024 को एक ग्राम-स्तरीय भूकंप मॉक ड्रिल भी आयोजित की जाएगी ताकि आपदा प्रबंधन की तैयारियों को परखा जा सके।