धर्मशाला, 21 अक्तूबर। अतिरिक्त उपायुक्त सौरभ जस्सल की अध्यक्षता में आज शनिवार को राष्ट्रीय कृमिमुक्ति दिवस, डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा और बच्चों के टीकाकरण को लेकर जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में नवम्बर माह में होने वाले राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस, डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा और जिले में बच्चों के टीकाकरण अभियान के सफल क्रियान्वयन को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। अतिरिक्त उपायुक्त ने इन अभियानों के बेहतर परिणाम के लिए विभिन्न विभागों को तालमेल बनाकर काम करने के निर्देश दिए।

बच्चों को खिलाई जाएगी एल्बेंडाजोल की गोली

सौरभ जस्सल ने बताया कि नवम्बर माह में जिला कांगड़ा में 1 साल से लेकर 19 साल तक के लगभग चार लाख बच्चों को एल्बेंडाजोल की दवाई के साथ विटामिन ए की गोली खिलाई जाएगी। उन्होंने बताया कि इस मौके जो बच्चे छूट जाएंगे उनको नवम्बर माह में ही मॉप अप राउंड के दौरान यह दवाई खिलाई जाएगी। उन्होंने बताया कि जिले के लगभग 2835 सरकारी तथा प्राइवेट स्कूलों को इस अभियान के तहत कवर किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कृमि संबंधित रोगों से बचाव के लिए वर्ष में दो बार इस कार्यक्रम को मनाया जाता है।

मिशन इंद्रधनुष का तीसरा चरण हुआ पूर्ण

उन्होंने बताया कि 7 अगस्त, 2023 से मिशन इंद्रधनुष-5.0 शुरू हुआ था। मिशन इंद्रधनुष तीन चरणों में चलाया गया। 9 अक्टूबर से 14 अक्टूबर हुए तीसरे चरण में 118 सेशन आयोजित किए गए, जिसमें महिलाओं और बच्चों का टीकाकरण किया गया।

टीकाकरण का रिकॉर्ड होगा डिजिटाइज

एडीसी ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार द्वारा यूएनडीपी के माध्यम से यू-विन पोर्टल का निर्माण किया गया है। उन्होंने बताया कि यू-विन पोर्टल के माध्यम से बच्चों को होने वाले टीकाकरण का सारा रिकॉर्ड डिजिटाइज किया जाएगा। जिससे भविष्य में किसी भी स्थान पर यदि वे जाते हैं तो उनके टीकाकरण का पूरा रिकॉर्ड ऑनलाइन उपलब्ध होगा। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक 1 से 5 वर्ष आयु वर्ग के 53 प्रतिशत शिशुओं का यू-विन पोर्टल पर प्री-रेजिस्ट्रेशन किया जा चुका है।

15 से 30 नवम्बर मनाया जाएगा डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा

अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि बरसात के मौसम में डायरिया संबंधित रोगों की चपेट में आने की अधिक संभावना रहती है। उन्होंने कहा कि इसकी जांच और समय से उपचार को लेकर 15 से 30 नवम्बर तक स्वास्थ्य विभाग द्वारा डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा मनाया जाएगा। जिसके तहत आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर बच्चों की डायरिया संबंधित जांच करेंगी और दवाईयां उपलब्ध करवाएंगी।

उन्होंने बताया कि इसके अंतर्गत 5 साल तक की आयु के बच्चों को घर-घर जाकर आशा वर्कर ओआरएस का पैकेट देगी तथा दस्त रोग के बारे में लोगों को जागरूक करेगी। लोगों को स्वच्छता और हाथ धोने के सही तरीके के बारे में भी जागरूक किया जाएगा।

आपसी तालमेल से हो सही समय पर टीकाकरण

बैठक में रूटीन इम्यूनाइजेशन, मीजल्स रूबेला उन्मूलन और एनीमिया मुक्त हिमाचल अभियान को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। अतिरिक्त उपायुक्त ने सही समय पर बच्चों के टीकाकरण को लेकर सभी विभागों को बेहतर तालमेल से कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य और समग्र विकास के लिए उपयुक्त समय पर टीकाकरण बहुत आवश्यक है।

स्वास्थ्य अधिकारियों ने दी जानकारी

बैठक में जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ वंदना ने मिशन इंद्रधनुष, रूटीन इम्यूनाइजेशन और मीजल्स रूबेला उन्मूलन के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

यह रहे उपस्थित

बैठक में जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. आर.के सूद, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ वंदना, महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग, स्वयंसेवी संगठन तथा स्वास्थ्य विभाग के सभी जिला कार्यक्रम अधिकारी तथा चिकित्सा अधिकारी उपस्थित रहे।

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