धर्मशाला, 21 अक्तूबर। लोक निर्माण विभाग के कनिष्ठ अभियंताओं को आपदा प्रतिरोधी एवं सुरक्षित संरचना निर्माण को जमीनी स्तर पर समुदाय और घरों तक ले जाने की आवश्यकता है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा आयोजित धर्मशाला में लोक निर्माण विभाग के कनिष्ठ अभियंताओं के लिए आपदा प्रतिरोधी निर्माण एवं सुरक्षित संरचनाओं के निर्माण पर दो दिवसीय कार्यशाला के समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी रोहित राठौर ने यह बात कही। बैठक में जिला भर में कार्यरत लोक निर्माण विभाग के 35 उप विभागीय अधिकारियों और कनिष्ठ अभियंताओं ने भाग लिया।

बैठक में प्रतिभागियों से बातचीत कर आपदा प्रबंधन को लेकर उनके सुझावों और विचारों पर विस्तार से चर्चा हुई। एडीएम ने आपदा प्रतिरोधी एवं सुरक्षित संरचना निर्माण संबंधित अधिकारियों की भूमिकाओं और जिम्मेदारियों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने आपदा के दौरान सबको तालमेल बढ़ाने के लिए बेहतर समन्वय से कार्य करने की बात कही। बैठक के दौरान सुरक्षित भवन निर्माण के बारे में भी चर्चा हुई। 

कार्यशाला में विशेषज्ञों द्वारा बताया गया कि जिला कांगड़ा जैसे क्षेत्र में यहां भूकम्प और भूसखलन की आशंका है, यहां सुरक्षित जगह और भूकम्प रोधि पुरानी डिजाइन, सीमित चिनाई और ब्लॉक संरचनाओं का निर्माण सुनिश्चित करना जरूरी है।

मिनी सचिवालय धर्मशाला में आयोजित इस कार्यशाला में आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के रिसोर्स पर्सन कार्यकारी अभियंता सुरेश वालिया और सहायक प्रोफेसर निशांत मेहरा ने विस्तार से प्रतिभागियों को सुझाव दिए और उनकी जिज्ञासाओं का समाधान किया। इस दौरान डीडीएमए कांगड़ा से भानू शर्मा और रॉबिन सहित विभिन्न हितधारक उपस्थित रहे।

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