सोलन, 9 मार्चशूलिनी यूनिवर्सिटी ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस बड़े उत्साह और समर्पण के साथ मनाया। उत्सव का विषय था “इक्विटी को गले लगाओ,”  के तहत महिलाओं के लिए समान अवसर और अधिकार सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो प्रेम कुमार खोसला, चांसलर शूलिनी विश्वविद्यालय से थे। उन्होंने वर्तमान सामाजिक ताने-बाने में लैंगिक समानता के महत्व पर अपने विचार साझा किए और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय के प्रयासों पर जोर दिया।विश्वविद्यालय में विभिन्न संकायों ने महिलाओं के सम्मान में विभिन्न प्रतियोगिताओं की तैयारी और प्रस्तुतिकरण में सक्रिय रूप से भाग लिया।

इन प्रतियोगिताओं में वाद-विवाद, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं और सांस्कृतिक प्रदर्शन शामिल थे। फैकल्टी ऑफ फार्मेसी ने इस कार्यक्रम में जीत हासिल की, जबकि फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट साइंस दूसरे स्थान पर रहा।लिबरल आर्ट्स फैकल्टी  से अर्शी राय ने रचनात्मक लेखन में प्रथम पुरस्कार जीता, विज्ञान संकाय से आस्था ने भाषण प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार जीता, औषधि विज्ञान संकाय को प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का विजेता घोषित किया गया, और अरुशा को संकाय से विजेता घोषित किया गया।

विधि विज्ञान ने पदार्थ श्रेणी की महिला में प्रथम पुरस्कार जीता। फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट साइंसेज की दीपिका दहिया और फैकल्टी ऑफ साइंसेज के निशांत क्रमश: वुमन ऑफ सब्सटेंस और मैन ऑफ सब्सटेन्स कैटेगरी में उपविजेता रहे। विजेताओं को ट्राफी और प्रमाण पत्र देकर पुरस्कृत किया गया।शूलिनी यूनिवर्सिटी की डीन स्टूडेंट वेलफेयर पूनम नंदा ने कहा, “अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की थीम इक्विटी को अपनाना जरूरी है, न कि सिर्फ अच्छा होना।

शूलिनी में हम इस काम में लगे हुए हैं और विभिन्न आयोजनों के माध्यम से जागरूकता बढ़ाने की उम्मीद करते हैं।” उन्होंने आगे कहा कि इन आयोजनों के माध्यम से, शूलिनी यूनिवर्सिटी ने महिलाओं के लिए एक सुरक्षित और समावेशी वातावरण को प्रोत्साहित करने और उनकी वृद्धि और विकास को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया। कार्यक्रम का संचालन डीन छात्र कल्याण कार्यालय द्वारा किया गया।

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