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उपायुक्त सोलन कृतिका कुलहरी ने कहा कि बहुमूल्य मानवीय जीवन की सुरक्षा हम सभी का उत्तरदायित्व है और सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाकर इस दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास किया जा सकता है। उपायुक्त आज यहां जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहीं थीं।
उन्होंने कहा कि सभी यातायात नियमों का पालन करते हुए गति सीमा की अनुपालना सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने में सहायक बनती है। इस दिशा में प्रशासन एवं पुलिस को आमजन का सहयोग मिलना ज़रूरी है।
कृतिका कुलहरी ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए आवश्यक है कि सभी नागरिक यातायात नियमों का पालन करते हुए वाहन चलाएं। परिवहन तथा पुलिस विभाग आपसी समन्वय से कार्य करें और सभी हितधारक यातायात सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित करवाएं।
उन्होंने लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिए कि जिला में चिन्हित ब्लैक स्पाॅट को ठीक करें और सड़कों की मुरम्मत एवं रखरखाव के कार्य में कोताही न होने दें। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि शैक्षणिक संस्थानों में यातायात सुरक्षा के सम्बन्ध में गतिविधियां आयोजित की जाएं। इसके लिए विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं के माध्यम से जागरूकता अभियान आयोजित किया जाए।
उपायुक्त ने क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी सोलन को निर्देश दिए कि जिला में विभिन्न विद्यालयों की बसों का औचक निरीक्षण किया जाए। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित बनाया जाए कि विद्यालय की बसों में गति सीमा निर्धारक, सीसीटीवी कैमरा, आईएसआई मानकों पर आधारित अग्निशामक स्थापित होने चाहिएं। उन्होंने कहा कि परिवहन विभाग समय-समय पर चालक प्रशिक्षण केन्द्रों का निरीक्षण करें और चालक प्रशिक्षुओं को सड़क सुरक्षा उपायों के बारे में अवगत करवाएं।  
उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा के तहत जिला में विभिन्न गतिविधियों आयोजित की जा रही हैं। सड़क सुरक्षा के लिए जिला के नालागढ़ एवं दाड़लाघाट क्षेत्र में ट्रक आॅपरेटरों के लिए सड़क सुरक्षा के सम्बन्ध में विशेष जागरूकता शिविर आयोजित किए जाएं। उन्होंने कहा कि जिला में ऐसे स्थानों को चिन्हित करें जहां यातायात नियन्त्रण लाईट (ट्रैफिक सिग्नल) स्थापित की जानी हैं। उन्होंने कहा कि जिला के विभिन्न स्थानों पर दुर्घटना सम्भावित स्थलों को चिन्हित कर चेतावनी पट्ट स्थापित किए जाएं। राष्ट्रीय राजमार्ग पर आवश्यक स्थानों पर साईन बोर्ड, गति सीमा बोर्ड, आपाताकालीन नम्बर दर्शाते सूचना पट्ट स्थापित किए जाएं।
उन्होंने कहा कि दुर्घटना की स्थिति में घायल व्यक्ति की देखभाल सुनिश्चित बनाएं और आवश्यकता पड़ने पर घायल को बिना किसी संकोच के प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि संवेदनशीलता मानवीय जीवन का आवश्यक पहलू है। सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को यदि समय पर सहायता मिल जाए तो उसका जीवन बचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस दिशा में संवेदनशील नागरिक समाज के सभी वर्गों को राह दिखा सकते हैं। इस दिशा में लोगों को जागरूक किया जाना आवश्यक है।  
बैठक में क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी रति राम ने अवगत करवाया कि जिला में सड़क सुरक्षा के अन्तर्गत परिवहन, पुलिस, क्षेत्रीय लाईसेंसिंग प्राधिकरण, लोक निर्माण विभाग, शिक्षा तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय-समय पर जागरूकता गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि इसके अन्तर्गत मोटर बाईक रैली, परवाणू बैरियर पर यातायात नियमों के उल्लंघन करने वालों को गुलाब वितरित कर सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक किया गया। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा-जीवन रक्षा के अन्तर्गत नया बस अड्डा सोलन  में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से प्रदेश पथ परिवहन निगम तथा निजी बस चालकों-परिचालकों तथा आम नागरिकों के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए।

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