ज़िला सोलन के बच्चोें को विभिन्न बीमारियों से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा विशेष टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा बचपन में होने वाली विभिन्न जानलेवा बीमारियों से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है, जिससे बच्चे के रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत किया जा सके और उन्हें विभिन्न जीवाणु तथा विषाणुओं से लड़ने की शक्ति प्रदान की जा सके। 


यह टीकाकरण अभियान रोटा वायरस संक्रमण, क्षय रोग (टी.बी), खसरा, काली खांसी, टेटनेस, हेपेटाइटिस बी संक्रमण इत्यादि से रोकथाम के लिए चलाया जा रहा है।  वर्तमान में ज़िले में लगभग एक हजार शिशुओं को टीकाकरण अभियान के तहत विभिन्न प्रकार की बीमारियों के रोकथाम के लिए टीके लगाए जा रहे है। ज़िला में शिशु टीकाकरण अभियान के तहत 657 शिशुओं को विटामिन के. की खुराक दी जा रही है। 


टीकाकरण अभियान के तहत ज़िला में क्षय रोग की रोकथाम के लिए 906 बच्चों को बैसिलस कैलमेट गुएरिन (बी.सी.जी) का टीका लगाया जा रहा है। ज़िला में बच्चों को पंाच घातक रोग जैसे गलघोंटू, काली खंासी, टेटनेस, हेपेटाइटिस बी और हिमोफिलस इन्फ्लुंएजा टाइप बी (हिब) से बचाव के लिए 1016 बच्चों को पेंटावैलेंट की प्रथम खुराक, 1046 बच्चों को पेंटावैलेंट की दूसरी खुराक तथा 996 बच्चों को पेंटावैलेंट की तीसरी खुराक दी जा चुकी है। 


स्वास्थ्य विभाग द्वारा ज़िला सोलन को पोलियो मुक्त बनाने के 691 नवजात शिशुओं को ओ.पी.वी. की खुराक, 1016 शिशुओं को ओ.पी.वी 1 की खुराक, 1046 शिशुओं को ओ.पी.वी. 2 की खुराक तथा 996 बच्चों को ओ.पी.वी 3 की खुराक दी जा चुकी है। अब तक 767 बच्चों को ओ.पी.वी की बूस्टर डोज़ भी दी गई है। ज़िला सोलन में 1016 बच्चों को निष्क्रिय पोलियो वायरस (आई.पी.वी 1) तथा 996 बच्चों को आई.पी.वी 2 के टीके लगाए जा चुके है।  ज़िला सोलन में हेपेटाइटिस बी रोग से बचाव के लिए 664 नवजात शिशुओं को हेपेटाइटिस बी के टीके लगाए जा चुके है। 

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