धर्मशाला, 19 जनवरी। टांडा मेडिकल कॉलेज में व्यवस्थाओं और सुविधाओं को सुदृढ़ कर इसे क्षेत्र के उत्कृष्ट स्वास्थ संस्थान के रूप में विकसित किया जाएगा। काँगड़ा ज़िला के प्रमुख स्वास्थ्य संस्थानों का निरीक्षण करते हुए स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धनीराम शांडिल ने यह शब्द कहे। उन्होंने आज वीरवार को टांडा मेडिकल कॉलेज, ज़ोनल अस्पताल धर्मशाला, नागरिक अस्पताल नगरोटा और नागरिक अस्पताल पालमपुर का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया। स्वास्थ्य मंत्री ने टांडा मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक और अन्य सभी वार्डों का निरीक्षण किया। स्वास्थ्य मंत्री ने टांडा में उपचाराधीन रोगियों से भी बात कर उनका कुशलक्षेम जाना।

विधायक नागरोटा रघुबीर सिंह बाली भी साथ उपस्थित रहे। उन्होंने टांडा और धर्मशाला में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर ज़िले के स्वास्थ्य संस्थानों में बेहतर सुविधाएँ उपलब्ध करवाने के निर्देश दिये। उन्होंने अधिकारियों से ज़िले के स्वास्थ्य संस्थानों में सभी ज़रूरी उपकरणों और मशीनरी उपलब्ध करवाने की बात कही। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा इन संस्थानों को दुरुस्त कर व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार स्वास्थ्य संस्थानों में आ रही स्टाफ की कमी को भी दूर करने के लिये प्रतिबद्ध है। कर्नल शांडिल ने कहा कि सरकार आवश्यकता अनुसार सभी स्वास्थ्य अधिकारियों और पैरा मेडिकल स्टाफ की नियुक्ति मेडिकल संस्थानों में करेगी। उन्होंने कहा कि चिकित्सा विशेषज्ञों की तैनाती बड़े स्वास्थ्य संस्थानों में हो इस पर सरकार ज़ोर रहेगा।


दूरस्त क्षेत्र के अंतिम व्यक्ति को उपलब्ध हो स्वास्थ्य सुविधा स्वाथ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश के दूरस्त क्षेत्रों तक हर व्यक्ति को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाना प्रदेश सरकार का ध्येय है। उन्होंने कहा कि सरकार रिमोट एरिया में रह रहे अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सुविधाएँ पहुँचाने के लिए संकल्पबद्ध है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की भुगौलिक परिस्थितियों को देखते हुए दूरस्त क्षेत्रों से रोगियों को एयर लिफ्ट करने की सुविधा पर भी ध्यान दिया जाएगा। स्वच्छता पर दिया जाये विशेष ध्यान*स्वास्थ्य मंत्री में कहा कि अधिकतम बीमारियाँ तो स्वच्छता से ही ठीक हो जाती हैं। उन्होंने अधिकारियों को स्वास्थ्य संस्थानों में स्फायी व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने को कहा। स्वास्थ्य मंत्री ने रोगियों के उपचार हेतु ट्रीटमेंट के साथ स्वच्छता पर भी उतना ही बल देने की बात कही।


तीमारदारों के रहने के लिये भी हो व्यवस्था*कर्नल शांडिल ने कहा कि रोगी के स्वास्थ्य लाभ के साथ उसके तीमारदार की सेहत की चिंता करना भी ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि रोगी की देखभाल के लिए उसके साथ आये व्यक्ति अधिकतम बार अधिक दौड़ भाग के चलते स्वयं अस्वस्थ हो जाते है। उन्होंने कहा कि बड़े स्वास्थ्य संस्थानों के पास तीमारदारों के ठहराव के लिए भी व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को इस ओर भी ध्यान देने की बात कही।


तकनीक की मदद से सुगम बनायी जायें व्यवस्थाएँ ज़ोनल अस्पताल धर्मशाला में स्वास्थ्य अधिकारियों ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से स्वास्थ्य मंत्री को अस्पताल में उपलब्ध व्यवस्थाओं से अवगत करवाया। उन्होंने इस अवसर पर ज़ोनल अस्पताल धर्मशाला द्वारा रोगियों और बुजुर्गों के लिये ऑनलाइन अपॉइंटमेंट व्यवस्था की सराहना की। उन्होंने कहा कि तकनीक का उपयोग करते हुए इस प्रकार कि व्यवस्थाओं को विकसित करना चाहिए, जिससे रोगियों को सुविधा हो। 

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