धर्मशाला. ग्राम पंचायतों के सतत विकास में निर्धारित लक्ष्यों को पाने के लिए सबके प्रयास आवश्यक हैं। जिला काँगड़ा में विकास लक्ष्यों और वित्त वर्ष 2023 -24 की ग्राम पंचायत विकास योजना के तहत कार्य योजना तैयार करने के लिए आयोजित बैठक में उपयुक्त काँगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने यह शब्द कहे। इस अवसर पर बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त ने कहा कि ग्राम पंचायतें ग्राम सभा की बैठकों से पूर्व विकास एजेंडा के मसौदे को सार्वजनिक सूचना के लिये प्रदर्शित करें। जिससे गाँव में रहने वाला प्रत्येक व्यक्ति उसको जान सके और उसपे अपने विचार दे सकें।

उपायुक्त कार्यालय में हुई बैठक में डॉ. डॉ. निपुण ने कहा कि जिला काँगड़ा में निर्धारित लक्ष्यों को लेकर ग्राम पंचायतों में सतत विकास करवाने के लिए कार्य योजना तैयार की गई है। इसमें मुख्य रूप से सतत विकास लक्ष्यों के स्थानीकरण को प्रमुखता दी गई है।उन्होंने उपस्थित संबंधित विभागों के अधिकारियों को गरीबी मुक्त, आजिविका उन्नत गांव, स्वस्थ गांव, बाल हितैषी पंचायत, जल पर्याप्त गांव, स्वच्छ और हरा भरा गांव, आत्मनिर्भर बुनियादी ढांचा गांव, सामाजिक रूप से सुरक्षित गांव, सुशासित गांव और महिला हितैषी गांव के बारे में भी अवगत करवाया।

डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि अधिकारी समन्वय और सहयोग से विकास योजना के प्रभावी क्रियान्वयन को सुनिश्चित बनाएं, ताकि आम जनमानस को लाभान्वित किया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि सतत विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए विभागों के बीच सामंजस्य स्थापित करना व महत्वाकांक्षी योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए सभी विभागों के अधिकारियों की भूमिका महत्वपूर्ण रहेगी।उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत विकास योजना (जीपीडीपी) व्यापक स्तर पर सहभागिता होनी चाहिए और यह ग्राम सभा को शामिल करने वाली भागीदारी प्रक्रिया पर आधारित हों।इस अवसर पर एडीसी काँगड़ा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. गुरदर्शन गुप्ता व अन्य विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित रहे।

By admin

Leave a Reply

%d bloggers like this: