मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना के अंतर्गत गठित खण्ड स्तरीय सुपोषण कार्यबल की बैठक का आयोजन आज उपमण्डलाधिकारी अर्की केशव राम की अध्यक्षता में उपमण्डलाधिकारी कार्यालय अर्की में किया गया। बैठक में मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना का मूल्यांकन समीक्षा व निगरानी बारे विस्तृत चर्चा की गई। केशव राम ने कहा कि मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना प्रदेश में बच्चों, किशोरियों, गर्भवती और स्तनपान करवाने वाली महिलाओं के लिए स्वास्थ्य और पोषण के मानक स्थापित करने में सार्थक सिद्ध हो रही है। इस योजना से कुपोषण को दूर करने के साथ-साथ बच्चों का स्वास्थ्य भी बेहतर किया जा रहा है।


उन्होंने कहा कि बच्चों को बाल्यकाल में होने वाली बीमारियों और कुपोषण की समस्या के समाधान के साथ-साथ ज़िला में डायरिया नियंत्रण, निमोनिया नियंत्रण व एनीमिया मुक्त हिमाचल जैसे विशेष अभियान चलाए जा रहे है। उन्होंने कहा कि योजना के अंतर्गत गर्भवती व नवजात शिशुओं में कुपोषण दूर करने के लिए बच्चे के जन्म, प्रसव पूर्व और प्रसव के बाद तीन वर्ष तक देखभाल और स्वास्थ्य सम्बन्धित जानकारी प्रदान की जाती है। उपमण्डलाधिकारी ने उपस्थित अधिकारियों को बाल सुपोषण योजना के तहत बच्चों को स्थानीय खाद्य पदार्थों तथा संतुलित आहार में प्राथमिकता के आधार सम्पूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाने के लिए विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए।


उन्होंने कहा कि योजना को सफल बनाने के लिए आशा वर्कर और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की सेवाएं भी ली जाएंगी।
बैठक में खण्ड विकास अधिकारी तारा शर्मा, महिला एवं बाल विकास अधिकारी इंदु शर्मा, सहायक अभियंता जल शक्ति विभाग विनय गौतम, खंड प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी अर्की श्याम लाल वर्मा, खण्ड चिकित्सा अधिकारी तारा चंद नेगी, पर्यवेक्षक आईसीडीएस सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

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