शिमला: राजधानी शिमला में स्थित ग्राम पंचायत सतलाई के नेहरा केंद्रीय पाठशाला की प्राथमिक पाठशाला ठूंड में प्री प्राइमरी से लेकर पांचवी तक 5 किलोमीटर के दायरे से लगभग 30 बच्चे पढ़ने आते हैं, यह स्कूल प्रतिनियुक्ति के आधार पर आने वाले अध्यापक के सहारे चल रहा था।

शिक्षक न होने से बच्चों का भविष्य अंधकारमय बन गया था। जब प्राथमिक पाठशाला ठूंड करोली में सरकार ने कोई शिक्षक नहीं भेजा तो स्थानीय ठूंड वार्ड के सदस्य सुशील गंधर्व अनशन पर बैठ गए। स्कूल के परिसर में तीस घंटे अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठने के उपरांत किसान सभा के राज्याध्यक्ष डाॅ. कुलदीप तंवर ने स्कूल पहुंच कर सुशील गंधर्व का जूस पिलाकर उनका अनशन तुड़वाया।

उन्होंने शिक्षा विभाग के निदेशक को अल्टीमेटम दिया कि यदि 24 घंटे में विभाग ठूंड करोली स्कूल में कोई अध्यापक नहीं भेजा तो निदेशालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। डाॅ. तंवर ने बताया कि उनके हस्तक्षेप पर  शिक्षा विभाग ने प्राथमिक पाठशाला ठूंड करोली के लिए दो अध्यापकों की नियुक्ति कर दी गई है। स्कूल में दो अध्यापकों की नियुक्ति पर हुए डॉ. कुलदीप सिंह तंवर ने शिक्षा विभाग का आभार जताया है।          

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