धर्मशाला, 11 नवंबर – सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री सरवीन चौधरी ने कहा कि सड़कें पर्वतीय प्रदेशों की भाग्य रेखाएं कहलाती हैं। प्रदेश सरकार का लक्ष्य प्रत्येक क्षेत्र को सड़क कनेक्टिविटी प्रदान करने का है। सरवीन चौधरी आज शाहपुर विधानसभा के अंतर्गत घेरा-सुखुघाट-चमियारा-भितलू संपर्क सड़क के भूमि पूजन की रस्म पूरी करने के उपरांत बोल रही थीं। नाबार्ड योजना के तहत निर्मित होने वाली इस सड़क के निर्माण पर 1492.63 लाख रुपये की राशि खर्च होगी।
सड़क के निर्माण से 8 गावों की लगभग तीन हजार आबादी लाभान्वित होगी। सरवीन चौधरी ने कहा कि सड़कें विकास का आधार है और लोगों की मूलभूत जरूरत बन चुकी हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक उस क्षेत्र को सड़क सुविधा प्रदान की जा रही है जहां आवश्यकता है और जमीन का कोई मुद्दा नहीं है। उन्होंने कहा कि शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत पिछले पौने चार सालों के दौरान अनेक सड़कों का निर्माण किया गया है। बहुत सी सड़कों को पक्का किया गया है और अनेक पुलों का निर्माण किया गया है जिससे क्षेत्र की कनेक्टिविटी में जबरदस्त सुधार हुआ है।
उन्होंने कहा कि जहां कहीं पर भी लोग सड़क की मांग करते हैं, उसे तुरंत पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र का सर्वांगीण विकास प्राथमिकता है। सड़क, बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा और शुद्ध पेयजल ग्रामीणों को उपलब्ध कराने को लेकर वे लगातार प्रयासरत हैं। आने वाले दिनों में शाहपुर विधानसभा क्षेत्र में बुनियादी सुविधाएं हर जगह उपलब्ध हो, इसके लिए तमाम योजनाएं धरातल पर उतारी जा रही हैं। सरवीन ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को विकास के सभी मानकों पर सर्वोच्च स्तर पर स्थापित करना ही वर्तमान प्रदेश सरकार का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के सशक्त नेतृत्व में प्रदेश सरकार इस दिशा में तीव्रता के साथ आगे बढ़ रही है।
उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि विभिन्न वर्गों के कल्याण के लिए कार्यान्वित की जा रही योजनाओं से लाभ उठाएं। उन्होंने कहा कि संपर्क सड़क नजदीक कैंट नाला के सुधार के लिए 10 लाख, नाबार्ड के अंतर्गत कैंट नाला के ऊपर पुल निर्माण के लिए 150 लाख, चड़ी, घेरा रोड पर रिटेनिंग वाल व क्रेट वाल के लिए 30 लाख रुपये स्वीकृत किये गए हैं। निर्माण काउंटर फोर्ट आरसीसी रिटेनिंग वाल चड़ी घेरा सड़क के ऊपर के लिए 125 लाख स्वीकृत किये गए हैं। उन्होंने कहा वरनेट से घेरा सड़क निर्माण में 322 पेड़ काटे जाने हैं। जिसकी फाईनल स्वीकृति के लिए 40 लाख रुपये जमा करवा दिये गये हैं। जैसे ही स्वीकृति प्राप्त होगी सड़क का कार्य आरंभ कर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि विद्युत उपमंडल चड़ी के अंतर्गत गांव घेरा में कम वोल्टेज स्कीम में वोल्टेज सुधारने के लिए दो किलोमीटर एलटी लाइन बिछाई गई है। जिसमें लगभग चार लाख रुपए खर्च किये गए हैं। बीपीएल परिवारों को लगभग 40 नए कनेक्शन दिए गए हैं। इसी योजना में दो परिवारों को गाँव भितलू और जम्बली में एलटी लाइन बनाई गई है जिसमें लगभग चार लाख रुपए खर्च किये गए हैं। गांव नोहली में 25 केवीए का नया ट्रान्सफार्मर लगाया गया है,
जिसमें लगभग 18 लाख रुपए खर्च किये गए हैं। खड़ी बही में 63 केवीए ट्रान्सफार्मर को बढ़ा कर 100 केवीए का किया गया है, जिसमें दो लाख खर्चा आएगा। अप्पर नोरा में 25 केवीए ट्रान्सफार्मर को बढ़ा कर 63 केवीए का किया गया है, जिसमें दो लाख खर्चा आएगा। दरिणी में 4.50 करोड़ से नया 33 केवी सब स्टेशन बनाया जा रहा है जिससे नोहली, घेरा, खड़ी बही, करेरी गांव को इस स्टेशन से जोड़ने की योजना बनाई जा रही है, ताकि आपात स्थिति में यहां से विद्युत आपूर्ति की जा सके, जिसमें लगभग 20 लाख खर्च किया जाए।