धर्मशाला, 12 फरवरी। पौष्टिक आहार शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ हमारे आचार, व्यवहार और मानसिक स्वास्थ्य को भी संबल प्रदान करता है। आज के समय में हमें फूड सिक्योरिटी के साथ न्यूट्रीशनल सिक्योरिटी पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है। पालमपुर के शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा मैदान में आज सोमवार को जिला स्तरीय ‘ईट राइट मिलेट फेस्टिवल’ के शुभारंभ के अवसर पर बतौर मुख्यातिथि शिरकत करते हुए उपायुक्त कांगड़ा हेमराज बैरवा ने यह बात कही। इस दौरान मिलेट मैन के नाम से विख्याम पदम्श्री पुरस्कार विजेता नेकराम विशिष्ठ अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मोटे अनाज की उपयोगिता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि हमारी पारंपरिक खेती का हिस्सा रहे मिलेट्स या मोटे अनाज पोषण की खूबियों के चलते सुपर फूड हैं। उन्होंने कहा कि रक्तचाप, डायबिटीज जैसी अनेक बीमारियां आज आम हो गई हैं। उन्होंने कहा कि मोटे अनाज के सेवन से न केवल हम इन्हे नियंत्रित कर सकते हैं अपितु इन बीमारियों से निजात भी पा सकते हैं। उन्होंने लोगों से अपनी खान-पान में इसका सेवन बढ़ाने की बात कही।
आंगनबाड़ी केंद्रों तक ले जाएंगे मिशन भरपूर.

उपायुक्त ने कहा कि कुपोषित बच्चों में न्यूट्रीशन की कमी पूरी करने के उद्देश्य से जिला कांगड़ा में मिशन भरपूर की शुरुआत की गई है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन तथा महिला बाल विकास विभाग की ओर से शुरू किये गये इस अभियान में कुपोषित बच्चों के लिए सीएसआईआर-आईएचबीटी पालमपुर के सहयोग से चॉकलेट बार तैयार करवाई गई हैं। उन्होंने कहा कि मोटे अनाज से बनी इस चॉकलेट बार में सभी पौषक तत्व मौजूद हैं, जो बच्चों में कूपोषण को दूर करने में सहायक सिद्ध होगी।

डीसी ने कहा कि कांगड़ा जिला में आंगनबाड़ी केंद्रों तक इस अभियान को ले जाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिले में इसके तहत 920 कुपोषित बच्चों की पहचान की गई है तथा आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से इन बच्चों तक पोष्टिक तत्वों से युक्त चाकलेट बार पहुंचाई जाएगी। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपनी उपस्थिति में कुपोषित बच्चों को यह चॉकलेट बार खिलाएंगे तथा आंगनबाड़ी पर्यवेक्षक पाक्षिक निरीक्षण के दौरान खपत का सत्यापन करेंगे।

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