प्रदेश सरकार द्वारा किसानों की फसल को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना कार्यान्वित की गई है। योजना के तहत खेतों को सुरक्षित रखने के लिए की जा रही बाड़बंदी पर इस वर्ष अभी तक 105 करोड़ रुपये व्यय किए गए हैं ताकि किसानों की फसलों को जंगली जानवरों से बचाया जा सके। यह जानकारी सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग से सम्बद्ध हिम सांस्कृतिक दल के कलाकारों द्वारा सोलन विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत बाशा तथा सिरीनगर में आयोजित कार्यक्रमों में दी।


कलाकारों ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना के तहत 3873 किसानांे को लाभान्वित किया गया है। सोलर फैसिंग लगाने के लिए 80 प्रतिशत तक उपदान प्रदान किया जा रहा है। योजना के तहत किसानों के खेत के चारों ओर बाड़ लगाई जाती है, जिसे सौर ऊर्जा से संचालित किया जाता है। लोगों को इन योजनाओं का लाभ उठाने के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। कसौली विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत कोरों तथा जंगेशू पर्वतीय लोक मंच दाड़वां के कलाकारों द्वारा गीत-संगीत एवं नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से उपस्थित जनसमूह को प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों के बारे में अवगत करवाया गया।


कलाकारों ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा सामाजिक सुरक्षा पैंशन योजना के अन्तर्गत वृद्ध, एकल नारी, कुष्ठ रोगी, ट्रांसजेंडर, विशेष रूप से सक्षम व्यक्तियों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान की जा रही है। सोलन जिला में 60 से 69 वर्ष के सामाजिक सुरक्षा पैंशन धारकों की संख्या 6747  है। 70 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के सामाजिक सुरक्षा पैंशनरों की कुल संख्या 11896 है।
कलाकारों ने बताया कि महिला सशक्तिकरण व पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से कार्यान्वित की जा रही महत्वाकांक्षी हिमाचल गृहिणी सुविधा के तहत सोलन ज़िला में अभी तक 17 हजार से अधिक लाभार्थियों को गैस कुनैक्शन निःशुल्क प्रदान किए गए हैं।


कलाकारों द्वारा इस अवसर पर नशा निवारण के साथ-साथ कोविड-19 नियमों के विषय में भी जागरूक किया गया। कलाकारों ने बताया कि कोविड-19 का खतरा अभी बना हुआ है। ऐसे में जरूरी है कि सार्वजनिक स्थानों पर मास्क का प्रयोग करें तथा आवश्यक सोशल डिस्टेन्सिग नियम का पालन करें। कलाकारों ने उपस्थित जनसमूह को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी प्रदान की। लोगों को बताया गया कि हमारे युवाओं का पूरी तरह स्वस्थ एवं जागरूक होना आवश्यक है। यह तभी हो सकता है जब हमारे युवा नशे को न कहना सीखेंगे। कलाकारों ने बताया अभिभावकों को चाहिए वे अपने बच्चों की हर गतिविधि पर नजर रखें।


 इस अवसर पर ग्राम पंचायत बाशा के प्रधान धर्मदत्त, उप प्रधान हेमन्त कुमार, वार्ड सदस्य पदम ठाकुर, मीना, सिलाई अध्यापिका अनीता, युवा मण्डल सदस्य अंशुल ठाकुर, अमित कुमार, अभिमन्यू, अंकित ठाकुर, ग्राम पंचायत सिरीनगर की प्रधान राजविन्द्र कौर, उप प्रधान प्रद्युम्न, वार्ड सदस्य मोनिका, गौरव, रामस्वरूप, प्रदीप, तारा, ग्राम पंचायत कोरों के प्रधान नरेन्द्र ठाकुर, उप प्रधान राजकुमार, ग्राम पंचायत जंगेशू की प्रधान ब्यासा देवी, उप प्रधान रविन्द्रा सहित काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।

By admin

Leave a Reply