मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कांग्रेस कार्यकर्त्ताओं से प्रदेश सरकार की नीतियों एवं कार्यक्रमों को जन-जन तक पहुंचाने का आग्रह किया है ताकि अधिक से अधिक लोग सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठा सकें। मुख्यमंत्री आज धर्मशाला में हिमाचल प्रदेश कांग्रेस सेवा दल के शताब्दी वर्ष समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सेवा दल कांग्रेस पार्टी का अग्रणी संगठन है और सच्चे मन से सेवा के कार्यों में शामिल है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सेवा दल के 100 वर्ष पूरे होने जा रहे हैं, जो सभी के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कांग्रेस के सभी अग्रणी संगठनों को अधिमान रही है।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार ने अपने एक वर्ष के कार्यकाल के दौरान अपनी दस गारंटियों में से तीन को पूरा कर दिया गया है। अपनी पहली गारंटी को पूरा करते हुए प्रदेश की आर्थिक बदहाली के बावजूद राज्य सरकार ने 1.36 सरकारी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना बहाल की, ताकि उन्हें बुढ़ापे का सहारा मिले। इसके साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में भी व्यापक व्यवस्था परिवर्तन किया जा रहा है। अगले शैक्षणिक सत्र से सभी सरकारी स्कूलों में पहली कक्षा से अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई शुरू की जाएगी तथा 300 मीटर के दायरे में आने वाले स्कूलों का क्लस्टर बना कर, वहां पर्याप्त अध्यापक और अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने तीसरी गारंटी को पूरा करते हुए 680 करोड़ रुपए की राजीव गांधी स्वरोजगार स्टार्ट-अप योजना का पहला चरण आरंभ कर दिया गया है। इसके तहत युवाओं को आय का साधन प्रदान करने के लिए ई-टैक्सी खरीद पर 50 प्रतिशत सब्सिडी का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार 100 किलोवाट से लेकर 1 मेगावाट तक की सोलर परियोजनाओं की स्थापना पर युवाओं को 40 प्रतिशत सब्सिडी प्रदान करने की एक योजना जल्द ही शुरू करने जा रही है। किसानों को खेती के लिए प्रोत्साहित करने के दृष्टिगत, दूध का उचित मूल्य प्रदान करने के लिए वर्तमान सरकार निरंतर प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि पिछली भाजपा सरकार ने अत्याधिक कर्ज लिया और वर्तमान सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। पूर्व भाजपा सरकार ने चुनावी लाभ के लिए वर्ष 2022-23 में 14 हजार करोड़ रुपए से अधिक का कर्ज लिया, जिसके कारण आज प्रत्येक हिमाचलवासी पर एक लाख रुपए से अधिक का कर्ज है। उन्होंने कहा कि पुरानी पेंशन योजना लागू करने के कारण केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश पर कई पाबंदियां लगाई और कर्ज की सीमा घटाकर 6600 करोड़ रुपए कर दी है, इसके बावजूद अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के प्रयास रंग ला रहे है। वर्तमान प्रदेश सरकार के एक वर्ष के प्रयासों के परिणामस्वरूप हिमाचल प्रदेश की अर्थव्यवस्था में 20 प्रतिशत का सुधार आया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आज से पहले किसी भी सरकार ने नहीं सोचा। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार नियमों में बदलाव कर व्यवस्था में परिवर्तन कर रही है और कड़े फैसले ले रही है, जिसके आने वाले समय में सुखद परिणाम सामने आयेंगे।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार संसाधन बढ़ाने की दिशा में अनेक पग उठा रही है। जल प्रदेश का अमूल्य संसाधन है और इससे संबंधित उचित अधिकार प्राप्त करने के लिए राज्य सरकार निरन्तर प्रयासरत है। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आधारभूत ढांचे को सुदृढ़ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांगड़ा को पर्यटन राजधानी बनाने के लिए जिला में 3000 करोड़ रुपए की धनराशि खर्च की जा रही है, जिससे इस क्षेत्र में आर्थिक समृद्धि आएगी। जिला के ढगवार में 250 करोड़ रुपए की लागत से आधुनिक मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित किया जा रहा है।
कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष रघुबीर सिंह बाली तथा विधायक इंद्र दत्त लखनपाल ने भी अपने विचार साझा किए।
इस अवसर पर कांग्रेस सेवा दल के अध्यक्ष अनुराग शर्मा ने मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू का स्वागत किया और सेवा दल के कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की।
कांग्रेस सेवा दल के हिमाचल प्रदेश प्रभारी राम विलास रावत, कृषि मंत्री चंद्र कुमार, विधायक रवि ठाकुर, सुदर्शन बबलू तथा चंद्रशेखर सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।