शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में टैलेंट की कोई कमी नहीं है और इस टैलेंट को उभारने के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। शिक्षा मंत्री आज एचपीसीए क्रिकेट स्टेडियम गुम्मा (कोटखाई) में शिमला जिला की तहसीलवार अंडर-18 क्रिकेट प्रतियोगिता के समापन समारोह में बतौर मुख्यातिथि लोगों को सम्बोधित कर रहे थे।
इस दौरान उन्होंने दिवंगत संजीव ठाकुर और दिवंगत अमित ठाकुर को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि इन दोनों की याद में इस क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन किया जा रहा है। देश या प्रदेश की बात करें तो क्रिकेट मुख्य खेल है और इसे बढ़ावा देने के लिए ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को जो सुविधा मिली और खेलने का मौका मिला है उसके लिए उन्होंने शिमला डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन को बधाई दी। उन्होंने कोटखाई-जुब्बल की दोनों टीम को बधाई देते हुए कहा कि सबसे महत्वपूर्ण खेलना होता है और हार जीत तो अलग पहलू है। उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि दोनों टीम इस टूर्नामेंट में अच्छी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगी।
उन्होंने कहा कि शिमला हमारी राजधानी है और वहां बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हैं फिर भी पिछले कल हुए मैच में कोटखाई की टीम ने शिमला की टीम को मात दी जिससे यह पता चलता है कि ग्रामीण क्षेत्र में भी टैलेंट की कोई कमी नहीं है जिसके बहुत से उदाहरण हमारे सामने हैं जिन्होंने अपनी प्रतिभा का परचम राष्ट्रीय स्तर पर होने वाले आयोजनों में लहराया है। उन्होंने शिमला डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन को लोकल टैलेंट को उभारने के लिए बधाई दी और ग्रामीण स्तर पर क्रिकेट खेल में टैलेंट को उभारने और निखारने के लिए किये जा रहे प्रयासों के लिए धन्यवाद किया।
अध्यक्ष शिमला डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन एवं निदेशक हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन सुरेंदर ठाकुर ने शिक्षा मंत्री का क्रिकेट टूर्नामेंट में पधारने के लिए धन्यवाद किया और उन्हें अवगत करवाया कि क्रिकेट खेल में क्षेत्र के टैलेंट को उभारने के लिए जल्द ही तेज गेंदबाजों के लिए कैंप का आयोजन किया जायेगा।
इस अवसर पर ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष मोती लाल डेरटा, यशपाल चौहान, तहसीलदार कोटखाई कनिका, सचिव हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन ओम प्रकाश शर्मा, हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन व शिमला डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन के अन्य पदाधिकारी तथा स्थानीय लोग उपस्थित रहे।