नशामुक्त भारत अभियान के सफल आयोजन के लिए विभिन्न विभागों, स्वयंसेवी संस्थाओं और आमजन का समन्वय आवश्यक है। अतिरिक्त उपायुक्त सोलन अजय कुमार यादव आज यहां नशा मुक्ति के लिए संयुक्त कार्य योजना के तहत आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
अजय कुमार यादव ने कहा कि इस बैठक का मुख्य उद्देश्य युवाओं में नशीले पदार्थों के सेवन से होने वाली शारीरिक समस्याओं, समाज में इस कारण फैलने वाली कुरीतियों व इससे होने वाली आकस्मिक मौतों के बारे में जागरूकता लाना है।
अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि संयुक्त समिति ज़िला नशामुक्त अभियान के कार्यान्वयन को सफल बनाएगी। समिति ज़िला के विभिन्न विद्यालयों, महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में छात्रों, अध्यापकों और अभिभावकों के लिए नशा निवारण के संबंध में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करेगी।
उन्होंने कहा कि 20 नवंबर से 10 दिसंबर, 2023 तक बाल एवं किशोर श्रमिकों का बचाव एवं पुनर्वास अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के तहत विभिन्न कार्यक्रम एवं गतिविधियों के माध्यम से युवाओं को नशे से होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि युवाओं को नशे की लत से दूर रखने के उद्देश से विभिन्न स्वैच्छिक संगठनों और अन्य पात्र एजेंसियों को बेहतर समन्वय के साथ कार्य करना होगा ताकि युवाओं में नशे के प्रचलन को बढ़ने से रोका जा सके। उन्होंने कहा कि संगठन एवं पात्र एजेंसियां मदिरा व अन्य मादक द्रव्यों के सेवन की रोकथाम के लिए नशे के आदी लोगों की पहचान करें तथा परामर्श के माध्यम से उनका उपचार और पुनर्वास के लिए कार्य करना सुनिश्चित करें।
इस अवसर पर उपमण्डलाधिकारी कण्डाघाट सिद्धार्थ आचार्य, उपमण्डलाधिकारी अर्की यादविंदर पाल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी सोलन डॉ. राजन उप्पल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बद्दी रमेश शर्मा, उप निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा डॉ. जगदीश नेगी, सीडीपीओ सोलन कविता गौतम, ज़िला कल्याण अधिकारी सोलन गावा नेगी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

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