धर्मशाला, 24 मार्च: वन, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री राकेश पठानिया नेे कहा कि सरस मेले जैसे आयोजन ग्रामीण अर्थव्यवस्था से जुड़ी गतिविधियों को बढ़ावा देने एवं उन्हें प्रोत्साहित करने में सहायक होते हैं। उन्होंने कहा कि सरस मेले के आयोजन का मुख्य उद्देश्य स्वयं सहायता समूहों को बिना किसी बिचौलियों के अपने उत्पादों को सीधे खरीददारों को बेचने का अवसर प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार सामान गुणवत्ता में अंतरराष्ट्रीय बाजार के स्तर का है और हिमाचल सरकार समूहों को और प्रोत्साहित करने एवं सहायता में कोई कमी नहीं रखेगी।
 वन मंत्री राकेश पठानिया आज वीरवार को धर्मशाला के पुलिस मैदान में 10 दिनों तक चलने वाले राष्ट्र स्तरीय सरस मेले में पधारने के उपरांत बोल रहे थे।
 उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार किये जा रहे उत्पादों की बेहतर गुणवत्ता होने के कारण समाज में इनकी मांग बढ़ रही है और इससे स्वयं सहायता समूहों के साथ जुड़ी महिलाओं की आर्थिकी भी सुदृढ़ हो रही है। उन्होंने कहा कि इन मेलों के माध्यम से स्वयं सहायता समूहों को विपणन की भी बेहतर सुविधा मिल रही है।
वन मंत्री ने बढ़ाया हौंसला
राकेश पठानिया ने मेले में लगाए गए प्रत्येक स्टॉल पर जाकर वहां रखे उत्पादों के बारे में जाना और सदस्यों की हौंसलाअफजाई की। मेले में नौ राज्यों के स्वयं सहायता समूह भाग ले रहे हैं। मेले में उत्पादों की प्रर्दशनी एवं बिक्री के 92 स्टॉल लगाए गए हैं। इनमें हस्तशिल्प, खाद्य उत्पाद, सजावटी सामान, मसाले सहित अन्य विभिन्न उत्पाद एवं सामग्री रखी गई है। मेले में लोग खरीददारी करके इन स्वयं समूहों के सदस्यों की आर्थिकी में सहयोग कर रहे हैं।
  पठानिया ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के बिना राज्य के विकास के बारे में सोचना संभव नहीं है। इसीलिए राज्य सरकार प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों के विकास को विशेष महत्व दे रही हैे। उन्होंने कहा कि गरीबों, किसानों, महिलाओं, युवाओं और समाज के वंचित तबकों के लोगों के कल्याण को ध्यान में रखकर अनेक विकास कार्यक्रम एवं योजनाएं आरंभ की गई हैं। उन्होंने कहा कि विकास का लाभ लक्षित समूहों तक समयबद्ध सुनिश्चित बनाने के लिये विशेष प्रयास किये जा रहे हैं ताकि समाज के प्रत्येक वर्ग को इन योजनाओं का लाभ मिल सके।
इसके उपरांत वन मंत्री ने आजादी का अमृत महोत्सव प्रदर्शनी का दौरा किया तथा वहां स्थापित किये गये डिजीटल मल्टी मीडिया साधनों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शनी आम लोगों, विशेषकर युवाओं के लिए काफी प्रेरणादायक सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि डिजीटल प्रदर्शनी में भारत के स्वतन्त्रता संग्राम तथा विकास के 75 वर्षों के साथ-साथ हिमाचल के स्वतन्त्रता सेनानियों सहित हिमाचल के विकास को चार चांद लगाने वाली योजनाओं को प्रदर्शित किया गया है।
इस अवसर पर विभिन्न राज्यों के स्वयं सहायता समूहों ने भी जिला प्रशासन की ओर से की गई व्यवस्था की प्रशंसा की और धर्मशालावासियों के प्यार भरे आथित्य के लिए उनका आभार जताया।
  इस अवसर पर धर्मशाला क विधायक विशाल नैहरिया, मुख्य अरण्यपाल डीआर कौशल, जिला वन अधिकारी डॉ.संजीव शर्मा, एसडीएम शिल्पी बेक्टा, मीडिया कॉर्डिनेटर विश्व चक्षु, एचपीसीए के प्रवक्ता संजय शर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

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