सोलन, 2 अप्रैलस्कूल ऑफ एंशिएंट इंडियन विजडम एंड योगिक स्टडीज ने विश्वविद्यालय परिसर में एक कार्यक्रम के साथ ‘योगोत्सव’ नामक अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2022 के लिए एक कार्यक्रम का समापन किया।सत्र के पहले वक्ता डॉ. आई.वी. बसवा रड्डी, निदेशक मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान, आयुष मंत्रालय, भारत सरकार से थे । डॉ. रड्डी वर्चुअल रूप से जुड़े और नई दिल्ली से अपना व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के सह-आयोजक होने के नाते उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि शूलिनी विश्वविद्यालय योगिक गतिविधियों में सक्रिय है।सत्र के दूसरे वक्ता थे  स्वामी भार्मा मूर्ति योगतीर्थ , संस्थापक योग तीर्थ संस्थान सुपतु, सोलन।

उन्होंने जीवन की वास्तविकता और जीवन की सभी कठिनाइयों और चिंताओं से दूर रखने के उपाय बताए। तीसरे वक्ता थे प्रो. ईश्वर भारद्वाज, पूर्व प्रोफेसर और डीन, विज्ञान संकाय, गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय, हरिद्वार, उत्तराखंड, और उन्होंने  कहा कि वह स्वामी योगतीर्थ जी के भाषण से अत्यधिक प्रभावित हुए  और उन्होंने पतंजलि योग दर्शन से योग की कई अवधारणाओं को समझाया। चौथे वक्ता प्रो. सुरेश लाल बरनवाल, प्रोफेसर और डीन फैकल्टी ऑफ इंडोलॉजी, देव संस्कृति विश्वविद्यालय, हरिद्वार उत्तराखंड से  थे। उन सभी ने “हिमालय में योग” विषय पर वैचारिक व्याख्यान दिया । यह कार्यक्रम हाइब्रिड मोड में आयोजित किया गया था जिसमें कई प्रतिभागी ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफलाइन भी शामिल हुए।योगोत्सव का तीसरा सत्र ओपन एयर थिएटर, शूलिनी विश्वविद्यालय में मनाया जाने वाला यौगिक सांस्कृतिक कार्यक्रम था, जिसमें लगभग 600 प्रतिभागी शारीरिक रूप से शामिल हुए।

भारतीय परंपरा और संस्कृति पर आधारित कुल 14 कार्यक्रम आयोजित किए गए। पूरे शूलिनी विश्वविद्यालय और विभिन्न संगठनों के अन्य ऑनलाइन प्रतिभागियों ने कार्यक्रम में भाग लिया।पूरे कार्यक्रम का संचालन मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान, नई दिल्ली के सहयोग से शूलिनी विश्वविद्यालय के प्राचीन भारतीय ज्ञान और यौगिक अध्ययन के प्रमुख डॉ. सुबोध सौरभ सिंह द्वारा  किया गया ।इससे पहले कार्यक्रम का उद्घाटन  स्वास्थ्य मंत्री हिमाचल प्रदेश डॉ राजीव सैजल ने मोहन शक्ति राष्ट्रीय विरासत पार्क, सोलन में किया था।

By admin

Leave a Reply