सोलन, 06 अगस्त शूलिनी यूनिवर्सिटी के चित्रकूट स्कूल ऑफ लिबरल आर्ट्स की लिटरेचर सोसाइटी ने “यूरोपियन डेमोनोलॉजी: स्टडी ऑफ विच्स इन मिडियावल यूरोप” पर एक सत्र की मेजबानी की।डेमोनोलॉजी पहली चर्चा का विषय था, और विच्स (चुड़ैलों) पर ध्यान केंद्रित किया गया थ, उनके आस-पास की वर्जनाएं, और जिस तरह से मध्यकालीन युग में समाज ने उनके साथ व्यवहार किया पर बात की गयी । इस सत्र के वक्ता सम्राट शर्मा थे, जो शूलिनी विश्वविद्यालय में पढ़ा चुके हैं।

उन्होंने विच्स  (चुड़ैलों)  के इलाज के पीछे की कुप्रथा के बारे में बताया, जिस तरह से उन्हें दुष्ट माना जाता था और उन्हें दांव पर लगा दिया जाता था।सोसाइटी द्वारा आयोजित एक अन्य सत्र में  “लेखक से मिलें”  पर चर्चा के गयी।  जिसमें रीता छाबलानी ने प्रोफेसर तेज नाथ धर के साथ बातचीत में अपनी नई पुस्तक “वी विल बी टुगेदर ऑलवेज एंड अदर स्टोरीज” के बारे में बात की। कहानियां प्यार के इर्द-गिर्द घूमती हैं।


लोकप्रिय योग शिक्षिका श्रीमति  रीता छाबलानी ने अपनी पहली पुस्तक, द जॉय ऑफ योगा की रचना की। उनकी दूसरी, ऑड्स के बावजूद टेल्स ऑफ़ चॉइस, को अमेरिका में अच्छी समीक्षा मिली। क्रॉस कनेक्शन, एक ड्रामा थ्रिलर, पुणे लिटरेरी फेस्टिवल में लॉन्च किया गया। उन्होंने पुणे में एक लेखक समूह भी शुरू किया। वह वर्तमान में दो गैर सरकारी संगठनों के लिए स्वयंसेवक हैं और अंग्रेजी पढ़ाती हैं।


दोनों वार्ताओं के बाद एक जीवंत चर्चा हुई, जिसमें शूलिनी विश्वविद्यालय के लिबरल आर्ट्स स्कूल के अन्य संकाय सदस्यों के साथ प्रो. प्रतीप मजूमदार और प्रो. तेज नाथ धर ने भाग लिया। पूर्णिमा बाली ने सम्राट के सत्र का संचालन किया गया
लिबरल आर्ट्स की डीन प्रो. मंजू जैदका ने  बताया की कि आने वाले हफ्तों में कुछ और दिलचस्प कार्यक्रम आयोजित किये जायँगे ।

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