हिमाचल प्रदेश स्थित शूलिनी विश्वविद्यालय और जापान के सोका विश्वविद्यालय ने शांति, संस्कृति और शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए शुक्रवार को एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। सोका विश्वविद्यालय के अध्यक्ष श्री योशिहिसा बाबा ने क्यूएस एशियाई विश्वविद्यालय रैंकिंग 2021 में एशिया के शीर्ष 300 विश्वविद्यालयों में से एक के रूप में रैंक हासिल करने सहित जबरदस्त ऊंचाइयों को प्राप्त करने के लिए शूलिनी विश्वविद्यालय की प्रशंसा की। उन्होंने शूलिनी के 2022 तक शीर्ष 200 वैश्विक विश्वविद्यालय बनने के सोच की भी सराहना की। उन्होंने साथ ही ये भी कहा की ऐसे विश्वविद्यालय से जुड़ना सम्मान की बात है।

सामुदायिक विकास और मानवता के कल्याण के लिए चांसलर प्रो. पीके खोसला के कार्यों की प्रशंसा की। कुलपति प्रो. अतुल खोसला ने उल्लेख किया कि दोनों विश्वविद्यालयों के उद्देश्य समान हैं, और वह है मानवीय मूल्यों को आगे बढ़ाना और यह सुनिश्चित करना कि दुनिया एक बेहतर जगह बने। प्रो. अतुल खोसला ने कहा कि “हम अनिश्चितता के युग में रहते हैं जो एक राष्ट्र और राज्य की सीमाओं से परे है। हमारे समाजों को बनाए रखने, शांति बनाए रखने और सौहार्दपूर्ण ढंग से बढ़ने के लिए, हमें एक नए दृष्टिकोण की आवश्यकता है।” उन्होंने आशा व्यक्त की कि “दोनों विश्वविद्यालय मानवता के लिए एक आशाजनक भविष्य का प्रदर्शन करेंगे और एक वैश्विक गांव में अस्तित्व के लिए नए कौशल विकसित करेंगे”।

सोका विश्वविद्यालय में दक्षिण एशिया अनुसंधान केंद्र के सलाहकार प्रो. मुकेश विलियम्स को शूलिनी विश्वविद्यालय में प्रतिष्ठित प्रोफेसर नामित किया गया है। प्रो. विलियम्स ने कहा कि सहयोग जापान-भारत संबंधों को गहरा करने का मार्ग प्रशस्त करेगा। उन्होंने शूलिनी विश्वविद्यालय की ओर से एमओयू दस्तावेज पेश किए।

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