धर्मशाला, 27 फरवरी। पिछले दो महीनों में कम बारिश होने की वजह से यदि सूखे या जल अभाव की दिक्कत आती है तो इससे निपटने के लिए कांगड़ा जिला प्रशासन ने सारी जरूरी तैयारियां कर ली हैं। प्रदेश के जिलों में जल अभाव और सूखे की स्थिति से निपटने की पूर्व तैयारियों को लेकर मुख्य सचिव द्वारा शिमला से वीडियो कांफ्रेंस से ली बैठक में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी रोहित राठौर ने यह बात कही। एडीएम कांगड़ा ने मुख्य सचिव को बताया कि वर्षा कम होने के बावजूद जिला कांगड़ा में अभी तक सूखे जैसी नौबत नहीं आयी है।

उन्होंने मुख्य सचिव को जिला कांगड़ा में विभिन्न विभागों द्वारा सूखे की स्थिति से निपटने के लिए बनाई गयी योजना से अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि जिला में अभी तक कृषि व उद्यान के मापदंडों के हिसाब से कम बारिश होने का कोई गंभीर नुक्सान नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि जिले में अगर सूखे की नौबत आती है तो उससे निपटने के लिए कृषि व उद्यान विभाग ने प्लान तैयार कर लिया है। उन्होंने बताया कि आगजनी जैसी दुर्घअनाओं से निपटने के लिए जिले में कुल 93 फायर हाईड्रैंट हैं तथा सभी की मैपिंग कर ली गई है। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त किसी आपात स्थिति से निपटने के लिए जिले में जल स्रोतों की मैपिंग भी कर ली गई है।

बैठक में एडीएम ने मुख्य सचिव को कृषि, उद्यान, जल शक्ति, वन, अग्निशमन, स्वास्थ्य और पशु पालन विभाग द्वारा की गई तैयारियों के बारे में विस्तार से अवगत करवाया। उन्होंने मुख्य सचिव को आश्वस्त किया कि जिला कांगड़ा में सूखे की स्थिति से निपटने के लिए सभी प्रबंध कर लिये गये हैं। इस अवसर पर संबंधित विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।

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