धर्मशाला, 11 दिसम्बर: एमएसएमई इकाईयों से सम्बन्धित मुद्दों के समाधान एवं वित्तिय साक्षरता के प्रसार के उद्देश्य से भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा कांगड़ा जिला के पालमपुर के टाउन हॉल में बैठक का आयोजन किया गया।
  कार्यक्रम में रिजर्व बैंक के अधिकारियों द्वारा बताया गया कि इस बैठक का मुख्य उद्देश्य उद्यमियों को बैकिंग सुविधाओं के प्रति जागरूक करना, उनके समक्ष आ रही कठिनाईयों के बारे में जानकारी प्राप्त कर निवारण की और अग्रसर होना एवं बैंक वित्त से सम्बन्धित मुद्दों पर सार्थक चर्चा करना है। इसके अतिरिक्त, इस कार्यक्रम का उद्देश्य उद्यमियों को भारतीय रिजर्व बैंक एवं सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी प्रदान करना एवं एमएसएमई उद्यमियों एवं विभिन्न हितधारकों के मध्य द्विपक्षीय संवाद स्थापित करना है।

उन्होंने यह भी बताया कि एमएसएमई इकाईयों का देश की अर्थव्यवस्था में तथा रोजगार प्रदान करने में महत्वपूर्ण योगदान को ध्यान में रखते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक इनकी कठिनाईयों के निवारण हेतू कटिबद्ध है। इसके अतिरिक्त उन्होंने सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमियों को उचित प्रशिक्षण एवं बैंकों से जुड़ने के लिए बैंकों से आह्वान किया ताकि हिमाचल प्रदेश में लघु, सूक्ष्म और मध्यम उद्योगों को बढ़ावा दिया जा सके। कार्यक्रम के दौरान एमएसएमई उद्यमियों के लिए सरकार, भारतीय रिज़र्व बैंक व वाणिज्यिक बैंकों द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं व नवीनतम दिशा-निर्देशों की जानकारी प्रदान करने हेतू सत्र भी अयोजित किये गये। नए डेवलपमेंट जैसे टेªडस प्लेटफार्म, वन नेशन वन ओमबुडसमैन स्कीम, विदेशी मुद्रा के टेªड हेतू एफएक्स रिटेल प्लेटफार्म इत्यादि पर भी जानकारी दी गई।

उक्त कार्यक्रम के दौरान उपस्थित उद्यमियों को विभिन्न सुविधाओं के बारे में अवगत करने के साथ-साथ उद्यमियों द्वारा पूछे गए प्रश्नों का उत्तर भी दिया गया। अर्थव्यवस्था में हो रहे सुधारों को ध्यान में रखते हुए एमएसएमई क्षेत्र को प्राथमिकता देने एवं इससे सम्बन्धित भारतीय रिजर्व बैंक एवं सरकार द्वारा जारी स्कीमों, दिशा-निर्देशों को धरातल पर कार्यान्वित करने एवं अग्रणी भूमिका निभाने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक ने सभी बैंकों को प्रेरित किया। प्रतिभागियों द्वारा एमएसएमई से सम्बन्धित मुद्दों के समाधान के लिए सभी हितधारकों को एक मंच पर लाने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक के प्रयासों की सराहना की।

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