धर्मशाला, 25 नवंबर। कांगड़ा जिला में मानसून सीजन के दौरान बारिश से हुए नुक्सान के आकलन के लिए केंद्रीय अंतर मंत्रालय टीम ने फील्ड विजिट किया। इस दौरान कांगड़ा जिला के शीला, चैतडू, राजोल, मनसूई तथा बोह, मैकलोडगंज में हुए नुक्सान के बारे में विस्तृत जानकारी हासिल की। इस दौरान भारी बारिश और बाढ़ के कारण प्रभावित जल शक्ति विभाग की परियोजनाओं तथा सड़क को हुए नुक्सान का भी आकलन किया गया। बोह में बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्र का दौरा भी किया। केंद्रीय टीम में सेंट्रल वाटर कमीशन से भूपेश कुमार तथा डिस्ट्रीब्यूशन, पॉलिसी एंड रेगुलेशन की डिप्टी डायरेक्टर माया कुमारी शामिल थे।     उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने बताया कि कांगड़ा जिला में मानसून सीजन में 13 जून से लेकर 26 सितंबर तक लोक निर्माण विभाग को 93 करोड़ 28 लाख के करीब नुक्सान हुआ है जबकि जल शक्ति विभाग की विभिन्न पेयजल तथा सिंचाई योजनाओं को 81 करोड़ 82 लाख के करीब नुक्सान झेलना पड़ा है, नुक्सान की रिपोर्ट पहले ही विभागोें के माध्यम से राज्य सरकार को भेज दी गई है।
     उन्होंने बताया कि कांगड़ा जिला में विद्युत विभाग को एक करोड़ 96 लाख, एनएच को 23 लाख का नुक्सान हुआ है, कृषि विभाग के तहत 56 लाख के करीब नुक्सान आंका गया है। नगर निगम धर्मशाला के तहत दो करोड़ 80 लाख का नुक्सान हुआ है। उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि मानसून सीजन के दौरान 36 लोगों को जान भी गंवानी पड़ी है जबकि 37 पक्के घर, 60 कच्चे घर पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं इसके साथ ही 137 कच्चे घर आंशिक तौर पर क्षतिग्रस्त हुए हैं, 199 काउ शेड क्षतिग्रस्त हुए हैं इससे करीब 2 करोड़ 90 लाख का नुक्सान आंका गया है। उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने बताया कि केंद्रीय अंतर मंत्रालय की टीम को बारिश, बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों का फील्ड विजिट करवाया गया है ताकि नुक्सान के बारे में सही जानकारी दी जा सके और उसी के आधार पर केंद्र सरकार से नुक्सान की एवज में मुआवजा मिल सके। उन्होंने कहा कि केंद्रीय अंतर मंत्रालय टीम ने अधिकारियों तथा स्थानीय लोगों के साथ भी विस्तृत चर्चा की है।
    टीम के साथ एडीएम रोहित राठौर, एसडीएम धर्मशाला शिल्पी बेक्टा, एसडीएम शाहपुर डा मुरारी लाल सहित जल शक्ति विभाग, लोक निर्माण विभाग, कृषि विभाग के अधिकारी भी स्पॉट पर उपस्थित रहे।

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