धर्मशाला 08 मार्च 2022: वन एवं युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री राकेश पठानिया ने कहा कि महिलाओं का सामजिक, आर्थिक उत्थान तथा उन्हें विकास के समान अवसर प्रदान करना सरकार की उच्च प्राथमिकता है। प्रदेश के विकास में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित बनाने के लिए महिला कल्याण व उत्थान योजनाओं को सुद्ढ़ करने के साथ-साथ अनेक नई योजनाएं चलाई गई हैं। वन मंत्री राकेश पठानिया आज मंगलवार को राजकीय महाविद्यालय के त्रिगर्त सभागार में जिला स्तरीय अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में महिला एवम् बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करने के उपरांत बोल रहे थे।
 

कार्यक्रम में वन मंत्री ने ज्योति प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।  जिला कार्यक्रम अधिकारी रणजीत सिंह ने मुख्य अतिथि को शॅाल टोपी व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। पठानिया ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से सरकार द्वारा चलाई जा रही सभी योजनाओं की जानकारी गांव में महिलाओं तक पहुंचाने का आग्रह किया। उन्होंने महिलाओं से भी कहा कि उन्हें सभी कार्यों में आगे आना पड़ेगा तभी विकास संभव है। उन्होंने कहा कि बेटियां हर क्षेत्र में अपना नाम रोशन कर रही हैं तथा वो बेटियां ही हैं जो दो परिवारों को जोड़ती हैं। वन मंत्री ने कुछ क्षेत्रों में घटते लिंगानुपात पर चिंता व्यक्त करते हुए ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान के अंतर्गत जिला में लैंगिक असंतुलन को दूर करने के लिए पूर्ण प्रतिबद्धता से कार्य करने के साथ-साथ लड़कियों की शिक्षा, सुरक्षा, सम्मान, स्वाभिमान और अधिकारों को लेकर भी जागरूकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि बेटा और बेटी के बीच भेदभाव की मानसिकता में सकारात्मक बदलाव लाना सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने इसके लिए सभी से सक्रिय भागीदारी एवं सहयोग का आग्रह किया।
 

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए ‘शक्ति बटन ऐप’ तथा महिलाओं के प्रति हिंसक घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए ‘ गुड़िया हेल्पलाइन’ 1515 आरंभ की गई है। उन्होंने कहा कि महिलाओं ने राज्य के विकास में अहम योगदान दिया है। राज्य सरकार भी महिला सुरक्षा और बेहतरी के लिए जरूरी अवसर प्रदान करने के लिए संकल्पित है ताकि प्रदेश की महिलाएं सम्मान के साथ जी सकें। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने अभी हाल ही में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के मासिक मानदेय को 9000 रुपये, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 6100, आंगनबाड़ी सहायिका को 4700 रुपये, आशा वर्कर्स को 4700 रुपये, सिलाई अध्यापिकाओं को 7950 रुपये, मिड डे मील वर्कर्स को 3500 रुपये तथा वाटर कैरियर शिक्षा विभाग 3900 रुपये प्रतिमाह किया गया है।

इस अवसर पर विधायक विशाल नैहरिया ने कहा कि धर्मशाला के विकास में महिलाओं की भूमिका सराहनीय है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र की बेटियां देशभर में विभिन्न क्षेत्रों में प्रदेश तथा देश का नाम रौशन कर रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा कार्यान्वित की जा रही महत्वकांक्षी योजनाओं से महिलाओं का सर्वांगीण विकास सुनिश्चिित हो रहा है।
  उपायुक्त डॉ.निपुण जिंदल ने उपस्थित महिलाओं को संम्बोधित करते हुये कहा कि महिलाओं के सामाजिक व आर्थिक उत्थान में सरकार प्रयासरत है और इन प्रयासों से अब समाज में बदलाव भी आ रहा है।
  इस दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी रणजीत सिंह ने सरकार द्वारा महिलाओं के कल्याण के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी।
  इस अवसर पर  आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये तथा नाटकों के माध्यम से बेटियों के महत्त्व को प्रदर्शित किया। इस दौरान मुख्यातिथि ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं, छात्राओं को सम्मानित किया।

By admin

Leave a Reply