धर्मशाला, 08 सितंबर। समेकित महिला एवं बाल विकास विभाग के माध्यम से विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं पर कांगड़ा जिला में चालू वित वर्ष में दस करोड़ 59 लाख रूपये का बजट में प्रावधान किया गया है जिसमें से अब तक साढ़े चार करोड़ रूपये व्यय किए जा चुके हैं जबकि 8737 पात्र महिलाओं को लाभाविंत किया है।
    यह जानकारी सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री सरवीण चौधरी ने वीरवार को डीआरडीए के सभागार में आयोजित जिला कल्याण समिति की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी।
     सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री सरवीण चौधरी ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सभी योजनाओं के तहत शतप्रतिशत लक्ष्य हासिल करने के लिए तेजी के साथ कार्य किया जाए ताकि पात्र लोगों को समय पर योजनाओं का लाभ मिल सके।
   उन्होंने कहा कि समेकित महिला एवं बाल विकास विभाग के माध्यम से महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, शगुन योजना, मदर टेरेसा असहाय मातृ संबल योजना, महिलाओं को स्वयं रोजगार सहायता, बेटी है अनमोल योजना तथा विधवा पुनर्विवाह योजनाएं आरंभ की गई हैं। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं के सुचारू कार्यान्वयन के लिए नियमित तौर पर समीक्षा बैठकें आयोजित किए जाएं ताकि कोई भी पात्र महिला योजनाओं के लाभ से वंचित नहीं रहे।
   सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्री सरवीण चौधरी ने कहा कि योजनाओं एवं कार्यक्रमों के बारे में ग्रामीण स्तर पर प्रचार प्रसार भी सुनिश्चित किया जाए इसके साथ ही पंचायत प्रतिनिधियों को भी योजनाओं के बारे में जानकारी दी जाए ताकि अपने अपने क्षेत्रों में लोगों को इन योजनाओं एवं कार्यक्रमों का लाभ लेने के लिए जागरूक किया जा सके।
 इस अवसर पर उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि कांगड़ा जिला में महिला बाल विकास विभाग के माध्यम से चलाई जा रही योजनाओं की सुचारू मॉनिटरिंग सुनिश्चित की जा रही है इसके साथ ही प्रत्येक तिमाही में समीक्षा भी की जा रही है ताकि समयबद्व योजनाओं का क्रिर्यान्वयन सुनिश्चित किया जा सके। इससे पहले जिला कार्यक्रम अधिकारी अश्वनी कुमार ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए विभिन्न योजनाओं के तहत अर्जित उपलब्धियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर विभिन्न उपमंडलों के एसडीएम भी उपस्थित थे।

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