शूलिनी यूनिवर्सिटी ने बुधवार को जस्ट एग्रीकल्चर मैगजीन और एग्रो एनवायर्नमेंटल एजुकेशन एंड फार्मर्स वेलफेयर सोसाइटी (एइडीएस), पंजाब के साथ दो समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए। शूलिनी विश्वविद्यालय के एमएस स्वामीनाथन स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर के डीन प्रोफेसर वाई एस नेगी के अनुसार, समझौता ज्ञापन अनुसंधान और विस्तार, विभिन्न शैक्षणिक कार्यक्रमों, शिक्षकों और छात्रों के आदान-प्रदान में सहयोग की सुविधा प्रदान करेगा। जस्ट एग्रीकल्चर भारत की उभरती हुई पीयर-रिव्यू ओपन एक्सेस एग्रीकल्चर पत्रिका है, जिसके पूरे देश में 28000 से अधिक पाठक हैं।

इसका उद्देश्य किसानों और वैज्ञानिकों के बीच सम्बंध स्थापित करना है। यह पत्रिका शोधकर्ताओं, छात्रों, विद्वानों और वैज्ञानिकों को क्षेत्र में वैज्ञानिक जानकारी और नवीनतम रीसर्च को साझा करने और प्रसारित करने के लिए एक मंच प्रदान करती है। एइडीएस का मुख्य उद्देश्य मानव कल्याण के लिए वैज्ञानिक जागरूकता और कृषि-पर्यावरण के सतत विकास को बढ़ावा देना है। समाज दुनिया भर में वैज्ञानिक विकास का पता लगाने के लिए प्रतिबद्ध है और कृषि और पर्यावरण विकास से संबंधित विभिन्न मुद्दों को हल करने और चर्चा करने के लिए वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं, नीति निर्माताओं और विद्वानों को एक मंच प्रदान करने के लिए पहल की है।

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