शिमला 03 मार्च: नाबार्ड द्वारा विभिन्न किसान कल्याण तथा ग्रामीण अधोसंरचना विकास की गतिविधियों को बढ़ावा देकर प्रदेश की उन्नति व प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का कार्य किया जा रहा है। यह विचार आज लोक निर्माण व युवा सेवाएं एवम् खेल मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर नाबार्ड द्वारा आयोजित पांच दिवसीय प्रदर्शनी आयोजन के समापन अवसर पर व्यक्त किए। उन्होंने बताया कि नाबार्ड द्वारा प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में मेलों और प्रदर्शनियों के माध्यम से स्वयं सहायता समूह, संयुक्त देयता समूह, हथकरघा कारीगरों, किसान उत्पादक संघों को प्रोत्साहित कर उनकी कलाकृतियों और उत्पाद को विपणन के लिए उचित मंच प्रदान किया जा रहा है।


उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार महिलाओं, किसानों, हथकरघा कारीगरों तथा स्वयं सहायता समूह के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि नाबार्ड द्वारा प्रदेश सरकार को विभिन्न क्षेत्रों में विकास गतिविधियों को बढ़ाने के लिए सहयोग प्रदान किया जाता रहा है। उन्हांेने कहा कि ऐसे आयोजनों से जहां स्थानीय लोगों को विभिन्न क्षेत्रों का उत्पाद एक ही छत के नीचे प्राप्त होता है वहीं पर्यटकों को भी स्थानीय उत्पादों और लोक कलाकृतियों के संबंध में जानकारी मिलती है। उन्होंने कहा कि इन आयोजनों में ग्रामीण क्षेत्र के उत्पादों को अधिमान दिया जाता है, जिससे ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को अपनी आर्थिकी को सुदृढ़ करने के लिए अच्छे अवसर प्राप्त होते हैं।

उन्होंने बताया कि पांच दिवसीय इस प्रदर्शनी में लगभग स्थानीय व पर्यटकों को मिलाकर 10 हजार लोगों ने आगमन किया और 25 लाख रुपये से अधिक की बिक्री आंकी गई है, जोकि इन 32 स्वयं सहायता समूहों के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। इस अवसर पर उत्कृष्ट बिक्री करने वाले स्वयं सहायता समूह का पुरस्कृत किया गया, जिसमें मां भगयानी स्वयं सहायता समूह हरिपुर धार को प्रथम, जागृति स्वयं सहायता समूह किन्नौर को द्वितीय तथा जागृति स्वयं सहायता समूह जिला ऊना को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। कार्यक्रम में ब्लाॅक कांग्रेस कमेटी शिमला ग्रामीण अध्यक्ष गोपाल शर्मा, नाबार्ड के अधिकारी व कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में स्वयं सहायता समूह के सदस्य उपस्थित थे।

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