सोलन, 19 जुलाईप्रबंधन विज्ञान संकाय, शूलिनी विश्वविद्यालय ने कल आइडिया जनरेशन टू पब्लिकेशन: कंटेंट कोलैबोरेशन एंड पब्लिश (2CP) पर एक दिवसीय शोध संगोष्ठी का आयोजन किया। पोलैंड से प्रोफेसर एल्जबिएता कुबिंस्का और भारत की प्रोफेसर मंदीप कौर महेंद्रू ने शूलिनी विश्वविद्यालय के शिक्षकों और विद्वानों के लिए भाषण दिया।सत्र की शुरुआत प्रोफेसर सौरभ कुलश्रेष्ठ, डीन रिसर्च एंड डेवलपमेंट शूलिनी यूनिवर्सिटी के स्वागत भाषण से हुई, उन्होंने शूलिनी यूनिवर्सिटी की रिसर्च जर्नी के बारे में बात की।प्रो. कुलदीप रोझे, डीन, प्रबंधन विज्ञान संकाय ने वक्ताओं का स्वागत क्षेत्र भर के विश्वविद्यालयों के बीच अनुसंधान, अंतर और  सहयोग के महत्व पर बात की ।

उन्होंने प्रबंधन विज्ञान, सतत विकास लक्ष्यों आदि के क्षेत्र में प्रबंधन विज्ञान संकाय के अनुसंधान प्रयासों की उपलब्धियों पर भी  प्रकाश डाला।संगोष्ठी का पहला सत्र क्रको यूनिवर्सिटी ऑफ इकोनॉमिक्स, पोलैंड के प्रोफेसर एल्जबिएटा कुबिंस्का द्वारा दिया गया  । वह 2021 से जोखिम प्रबंधन और बीमा विभाग की प्रमुख हैं, और 2020 से वित्त संस्थान के निदेशक के रूप में कार्य कर रही हैं।प्रोफेसर मंदीप कौर महेंद्रू आईसीएफएआई बिजनेस स्कूल (आईबीएस, गुरुग्राम) में एक सहायक प्रोफेसर और नरसी मोंजी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (एनएमआईएमएस) में विजिटिंग फैकल्टी हैं।

प्रो. मंदीप ने सामग्री, सहयोग और अंत में शोध लेखों के प्रकाशन के बारे में चर्चा की। उन्होंने शोध क शुरुआती  चरण से प्रकाशन तक एक लेख की यात्रा की गहराई से चर्चा की और अपने विचार साझा किए कि शोध पत्र  कैसे लिखे  जाए, अंतर्राष्ट्रीय सहयोग कैसे बनाया जाए और एक लेख प्रस्तुत करने के प्रमुख भागों जैसे कवर लेटर, संदर्भ और चयन एक उपयुक्त शीर्षक का किस प्रकार से लिखा जाए।

क्राको यूनिवर्सिटी ऑफ इकोनॉमिक्स, पोलैंड के प्रोफेसर एल्ज़बीटा कुबिंस्का ने एक शोध विद्वान होने और जोखिम प्रबंधन और गणित के वास्तविक विश्लेषण के क्षेत्र में एक प्रसिद्ध लेखक बनने से लेकर शोध की अपनी यात्रा के माध्यम से दर्शकों को अवगत कराया। उन्होंने उत्पादक अनुसंधान के लिए सहयोग की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने क्राको यूनिवर्सिटी ऑफ इकोनॉमिक्स और शूलिनी यूनिवर्सिटी के बीच युवा विद्वानों और फैकल्टी के आदान-प्रदान की रुचि  पर भी अपने विचार  व्यक्त किये  ।

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