धर्मशाला, 18 नवंबर – सर्दियों के सीजन में हिमपात तथा बारिश आरंभ होने से पहले आपदा से बचाव के लिए जिला प्रशासन ने तैयारियां आरंभ कर दी हैं, जिला स्तर तथा उपमंडल स्तर पर आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम खोलने के लिए दिशा-निर्देश भी दे दिए गया हैं ताकि आपदा से त्वरित प्रभाव से निपटा जा सके। यह जानकारी उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने वीरवार को एनआईसी सभागार में सर्दियों के सीजन में आपदा से निपटने की पूर्व तैयारियों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी।
     

उपायुक्त ने कहा कि सभी विभागों को सर्दियों के सीजन के दौरान आपदा प्रबंधन से जुड़े कार्यों के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त करने निर्देश भी दिए गए हैं ताकि आपदा प्रबंधन का कार्य सुचारू रूप से सके। उन्होंने कहा कि सभी उपमंडलाधिकारियों को पंचायत प्रतिनिधियों तथा वालंटियर्स के साथ आपदा प्रबंधन को लेकर आवश्यक बैठकें आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि मौसम के पूर्वानुमान की जानकारी नियमित तौर पर लोगों तक पहुंचाने के लिए भी उपयुक्त कदम उठाए जाएंगे ताकि आम जनमानस पहले से ही मौसम को लेकर पहले से अलर्ट रहें।
     

उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिला में हिमपात की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों में ट्रैकिंग पर अंकुश लगाया जाएगा इसके साथ ही भू-स्खलन को लेकर संवेदनशील सड़कों एवं अन्य जगहों की सूची पहले से तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। भू-स्खलन इत्यादि से होने वाले नुक्सान को कम करने की दिशा में कारगर कदम उठाए जाएं इसके साथ ही लोक निर्माण विभाग, आईपीएच तथा विद्युत विभाग को आपदा प्रबंधन की दृष्टि से जेसीबी मशीनें और आवश्यक उपकरण भी पहले से तैयार रखने के निर्देश दिए गए हैं।     उपायुक्त ने कहा कि खाद्य आपूर्ति विभाग को भी आवश्यक खाद्य वस्तुओं का दुर्गम क्षेत्रों में भंडारण सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि आपदा के दौरान राहत कार्यों में किसी भी स्तर पर बिलंब नहीं किया जाए।
     

इससे पहले एडीएम रोहित राठौर ने कांगड़ा जिला में सर्दियों सीजन को लेकर आपदा प्रबंधन की पूर्व तैयारियों को लेकर उठाए गए कदमों के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की गई। इस अवसर पर एसपी खुशहाल शर्मा, एडीसी राहुल कुमार सहित लोक निर्माण विभाग, आईपीएच विभाग, विद्युत विभाग, वन विभाग, खाद्य आपूर्ति विभाग तथा पुलिस विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

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