शिमला, 3 दिसंबरः भाषा एवं संस्कृति विभाग जिला शिमला ने शुक्रवार देर सांय स्वतंत्रता सेनानी व सुप्रसिद्ध साहित्यकार यशपाल की जयंती के अवसर जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व आईएएस अधिकारी एवं प्रसिद्ध साहित्यकार केआर भारती ने की जबकि निदेशक, भाषा एवं संस्कृति विभाग डॉ. पंकज ललित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। यशपाल के जीवन पर प्रकाश डालते हुए डॉ. पंकज ललित ने कहा कि उन्होंने देश के स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वहीं केआर भारती ने यशपाल को महान क्रांतिकारी के साथ-साथ साहित्यकार बताते हुए कहा कि उनकी कहानियां व उपन्यास आज भी लेखकों के लिए प्रेरणा स्रोत बने हैं। 

इस अवसर पर उपनिदेशक भाषा विभाग प्रेम प्रशाद पंडित ने यशपाल के जीवन पर प्रकाश डाला तथा साहित्यकार डॉ. ओम प्रकाश ने सामाजिक चेतना पर अपने विचार रखे। कार्यक्रम में गुप्तेश्वर नाथ उपाध्याय ने रावण दहन पर काव्य पाठ कर सामाजिक कुरितियों पर तंज कसे। वहीं वंदना राणा ने कांगड़ी रचना के माध्यम से यशपाल के स्वतंत्रता आंदोलन, साहित्यिक व सामाजिक चेतना पर उनके योगदान का गुणगान करते हुए श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम में जगदीश कश्यप ने यथार्थ को परिलक्षित करती सामाजिक असमानता पर काव्य पाठ किया। मंच संचालन का कार्य युवा साहित्यकार कल्पना गांगटा ने किया।

इस अवसर पर कौशल मुंगटा, सत्या शर्मा आदि कई साहित्यकारों ने काव्य पाठ कर यशपाल को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर अतिरिक्त निदेशक डॉ. सुरेश चन्द जसवाल, उपनिदेशक राजकुमार सकलानी, अधीक्षक अमित शर्मा, सहायक निदेशक बिहारी लाल शर्मा, उपसम्पादक विपाश अजय शर्मा, जिला भाषा अधिकारी शिमला अनिल हारटा, सुरेश राणा, सीआर दुग्गल, श्रेष्ठा ठाकुर आदि उपस्थित रहे।

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