शिमला, 19 मई अर्शिया ओझा बहुआयामी व्यक्तित्व की धनी है, जिसके लिए शूटिंग जीवन में आत्मविश्वास और अनुशासन कायम करने का एक जरिया है। दिल्ली टेक्नोलाॅजी यूनिवर्सिटी के तहत दिल्ली काॅलेज आफ इंजीनियरिंग जोकि भारत से ख्याति प्राप्त काॅलेज है से इलैक्ट्रिक इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद अर्शिया ओझा ने विभिन्न बड़ी कम्पनियों के लिए माकेर्टिंग स्टेटर्जी प्लानिंग के रूप में कार्य किया। किंतु कोविड काल में जब सब कुछ थम गया अर्शिया औरों की भांति घर में घिर गई तो उसने मास्टर क्रिमनोलाॅजी विषय नेशनल इंस्टीच्यूट आफ क्राइम एंड फोरेंसिक स्कूल जोकि मानव संसाधन मंत्रालय के अधीन है के माध्यम से पढ़ने का मन बनाया और इसके एंट्रस एग्जाम में वो 5वें स्थान पर रही जबकि अपने बैच में इन्होंने टाॅप किया।  
अर्शिया ने गत दिनों हिमाचल प्रदेश स्टेट राइफल संस्था द्वारा 13 से 16 मई, 2022 को आयोजित हिमाचल प्रदेश राइफल शूटिंग प्रतियोगिता के वरिष्ठ वर्ग में 10 मीटर प्रतिस्पर्धा में रजत और .22 राइफल की 25 मीटर प्रतिस्पर्धा में कांस्य पदक प्राप्त किया।
अर्शिया ने शूटिंग स्पर्धा किसी से सीखी नहीं स्वतः ही उनके मन में यह विचार उत्पन्न हुआ और उन्होंने बंदुकों पर हाथ अजमाने शुरू किए।
वर्ष 2018 में उन्होंने जिला चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक और राज्य स्तरीय चैम्पियनशिप में रजत पदक प्राप्त किया।
शूटिंग प्रतियोगिता में राष्ट्रीय स्तर की जीवी मावलंकर प्रतियोगिता में इन्हांेने वर्ष 2018 में भाग लिया, जिसमें वे 56वें स्थान पर रहीं। उल्लेखनीय है कि इस प्रतियोगिता में हज़ारों प्रतिभागी देशभर से भाग लेते हैं।
जोनल प्रतिस्पर्धाओं में इन्होंने दिल्ली और देहरादून में भी भाग लिया।  इसके अतिरिक्त जयपुर में आयोजित चैम्पियनशिप में इन्होंने रजत पदक प्राप्त किया।
अर्शिया आने वाले समय में अपने अन्य कार्यों के साथ-साथ शूटिंग को भी अपने जीवन के अहम क्षणों में से कुछ क्षण निकालने के लिए तत्पर है। उनका मानना है कि शूटिंग के माध्यम से जीवन में संयम और एकाग्रता का भाव बढ़ता है।

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