शिमला 27 मई, 2022 प्राकृतिक और अन्य आपदाओं के जोखिम और भेद्यता को कम करने के लिए समयबद्ध तैयारी तथा समय पर क्षेत्र विशेष के लोगों को सतर्क करना अत्यन्त आवश्यक है। यह बात मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज अटल सदन कुल्लू में कुल्लू जिला प्रशासन द्वारा आयोजित सप्ताह भर चलने वाले आपदा प्रबन्धन कार्यक्रम जेयूएआरई (ज्वाइंट यूनाइटेड एक्शन फॉर रेजिलिएन्स इन इमर्जेंसी) के शुभारम्भ के अवसर पर लोगों को सम्बोधित करते हुए कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में आपदा प्रबन्धन प्रणाली को मजबूत करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने जिला में राज्य के लिए एक प्रेरक और आदर्श कार्यक्रम आरम्भ करने के लिए जिला प्रशासन कुल्लू के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आम आदमी को आपदा के प्रति जागरूक करना तथा आपदा के समय बचाव और राहत के लिए प्रबन्धन को प्रशिक्षित करना है। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम अपने आप में अनूठी पहल है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि जेयूएआरई कार्यक्रम सामुदायिक भागीदारी पर आधारित है। यह कार्यक्रम ग्राम पंचायतों, शहरी स्थानीय निकायों, स्कूल के विद्यार्थियों को सामुदायिक जोखिम, मानचित्र तैयार करने और आपदा के समय पर नागरिक सुरक्षा के लिए स्वयंसेवकों की पहचान सुनिश्चित करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कार्यक्रम के तहत 5 जून, 2022 को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर जिले के 206 स्कूलों के छात्र एक साथ आपदा प्रबन्धन पर आधारित नाटकों का मंचन कर लोगों को जागरूक करेंगे।
उन्हांेने विभिन्न आयोजनों के विजेताओं को पुरस्कार भी प्रदान किए।
स्थानीय स्कूल के विद्यार्थियों ने प्राकृतिक आपदाओं के प्रभावों के शमन और लोगों को इसके बारे में जागरूक करने के लिए नाटक का मंचन भी किया।
इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना, सांसद एवं प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष सुरेश कश्यप, शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर, विधायक सुरेंद्र शौरी व किशोरी लाल, पूर्व सांसद महेश्वर सिंह, एपीएमसी के अध्यक्ष राम सिंह, उपायुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग, पुलिस अधीक्षक गुरदेव शर्मा और अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।

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