धर्मशाला, 02 जुलाई। उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने आंगनबाड़ी वर्कर्स को कुपोषित तथा कम वजन वाले बच्चों के घर माह में दो बार आवश्यक विजिट करने के निर्देश भी दिए गए हैं तथा इसकी रिपोर्ट भी भेजने के लिए कहा गया है। कुपोषित तथा कम वजन वाले बच्चों की स्वास्थ्य उपकेंद्रों में स्वास्थ्य जांच सुनिश्चित की जाएगी इस के लिए सभी स्वास्थ्य विभाग तथा समेकित महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं।
   डा निपुण जिंदल ने शनिवार को उपायुक्त कार्यालय के सभागार में कुपोषण मुक्त अभियान की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि कुपोषित और कम वजन वाले बच्चों पर विशेष फोक्स किया जा रहा है बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से पौषाहार भी वितरित किया जा रहा है।
   उन्होंने कहा कि पौषहार का सही उपयोग किया जाए इस के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को बच्चों के अभिभावकों की काउंसलिंग करने निर्देश भी दिए गए हैं।   उन्होंने कहा कि बाल विकास परियोजना अधिकारी तथा खंड चिकित्सा अधिकारी प्रत्येक माह की 11 से 14 दिनांक तक कुपोषित बच्चों की स्वास्थ्य को लेकर आवश्यक बैठक आयोजित करेंगे इसमें कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य सुधार संबंधी रिपोर्ट भी साझा करेंगे। उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि 0 से पांच वर्ष के कुपोषित बच्चों के लिए पौषाहार के लिए आवश्यक सूची भी तैयार करने के लिए कहा गया है ताकि उन बच्चों की डाइट में पौषाहार शामिल किया जा सके। उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि कुपोषण से प्रभावित बच्चों की सेहत में सुधार की स्थिति की समीक्षा करने के लिए त्रैमासिक बैठक आयोजित की जाएगी।

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