दिल्ली: दिवाली का त्योहार हर साल कार्तिक महीने की आमवस्य़ा की तिथि को मनाया जाता है। पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक भगवान श्रीराम 14 वर्ष के वनवास के बाद जब वापस अयोध्या लौटे थे तो वहां के लोगों लाखों दीप जलाकर उनका स्वागत किया था। दिवाली के दिन सभी घर दीयों से जगमग-जगमग रहते हैं। इस दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश जी की पूजा-अर्चना की जाती है। माना जाता है कि घर को साफ-सुथरा रखने से इस दिन मां लक्ष्मी स्वयं घर पधारती हैं। इसलिए दिवाली के दिन हर कोने में दीएं जलने चाहिए।इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा अर्चना पूरे विधि-विधान से की जाती है और उनसे मनोकामना की जाती है, उनके धन के भंडार हमेशा ही भरे रहें। इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा के बाद घर में दीये भी जलाए जाते हैं। इस दिन तेल और घी के दीये जलाने की परंपरा है, जो हर साल मनाई जाती है।

दिवाली के दिन इन जगह पर जलाए दीपक

दिवाली की रात घर के मुख्यद्वार, आंगन, तुलसी के पेड़, अशोक पेड़, पीपल पेड़, बेल के वृक्ष, मंदिर और चौराहे पर दीपक जरूर जलाया जाना चाह‍िए। मान्‍यता है क‍ि अगर इन जगहों पर दीपक जलाया जाए तो जीवन में धन की कमी नहीं होती। मान्‍यता है क‍ि ऐसा करने से मां लक्ष्मी घर में प्रवेश करती हैं और कहा जाता है कि जहां माता लक्ष्मी का वास होता है वहां धन संपत्ति की कमी नहीं होती है। इसलिए घर के मुख्य द्वार पर दिवाली रात दीपक जलाना हरग‍िज न भूलें। दिवाली की रात में घर के आंगन में दीया जलाना काफी शुभ माना जाता है। इसमें इतना तेल रखे कि ये रात भर जलता रहे। आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि ये दीया रात को बुझे न। ऐसा करने से भी धन की कमी नहीं होती है।

दिवाली के दिन आप जिस तरह अपने घर के मंदिर में दीया जलाते हैं। ठीक वैसे ही आपको अपने घर के आसपास मौजूद मंदिर में भी एक तेल का दिया जलाना चाहिए। ऐसा करने से भी धन की कमी दूर होने में मदद मिलती है। दिवाली की शाम के समय पीपल वृक्ष के नीचे दीपक जरूर जला दें। मान्‍यताओं के अनुसार पीपल में मां लक्ष्मी का वास होता है और दिवाली पर अगर इसके नीचे दीपक जलाया जाए तो जीवन में धन की कमी नहीं होती।

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